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Gandhi/गांधी

Dakshin Africa Se Bharat Aagman Aur Golmez Sammelan Tak 1914-31, Khand-1/दक्षिण अफ्रीक़ा से भारत आगमन और गोलमेज़ सम्मेलन तक 1914-31 खंड-1

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गांधी का जीवन 20वीं सदी के महानतम व्यक्तित्वों में से एक है। उन्होंने दुनिया भर के लाखों-करोड़ों लोगों को प्रेरित किया, लोग उनसे नाराज़ हुए और उन्होंने उनके चिंतन और कार्यक्षेत्र में उन्हें चुनौती दी। युद्ध और हिंसा से भरी उस दुनिया में गांधी के पास सिवाय उनके तर्कों और उदाहरणों के कुछ नहीं था। राष्ट्रीय स्वाधीनता की लड़ाई लड़ते समय, उन्होंने जातीय और लैंगिक भेदभाव से भी युद्ध किया और धार्मिक सद्भाव के लिए संघर्ष करते हुए उन्होंने अपनी जान तक दे दी। यह शानदार किताब गांधी के जीवन के उस कालखंड की कहानी कहती है जब वे दक्षिण अफ्रीका से रवाना हुए और भारत आकर आज़ादी की लड़ाई में शामिल हो गए। पुस्तक का यह खंड गोलमेज़ सम्मेलन में गांधी के हिस्सा लेने तक के कालखंड को समेटता है। इस पुस्तक में जिन्ना और आम्बेडकर के साथ उनके संवादों से लेकर स्वतंत्रता आन्दोलन के ऐसे कई आख्यान शामिल हैं जो गांधी के व्यक्तित्व का परिचय हमसे उनके समकालीनों की दृष्टि से करवाते हैं। दुनिया के सामने अभी तक अप्रकाशित रहे स्रोतों और लेखक की शानदार किस्सागोई और राजनीतिक समझ इस पुस्तक को राष्ट्रपिता पर अभी तक लिखी गई पुस्तकों में सर्वाधिक महात्वाकांक्षी बनाकर प्रस्तुत करती है।

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  • Kindle Book
  • OverDrive Read
  • EPUB ebook

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  • Hindi

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